Monday 20 July 2015

13 अक्षरी छंद

               13 हर्फी औज़ान(अक्षरी छंद)
------------------------------------------------------------------------------------
    बहर कामिल मुरब्बा मकतूअ सालमउलआखिर
फएलातुन  मोतफाएलुन (IISS  IISIS ) एक मिसरा में एक बार !
                मेरी नैनों / में समाओ तुम       फएलातुन  मोतफाएलुन (IISS  IISIS )
                मेरे मन में / बसो आओ तुम     फएलातुन  मोतफाएलुन (IISS  IISIS )
प्रदोष छंद
 ये एक मात्रिक छंद है! सुमित्रा नन्दन पन्त ने इस छंद में एक पंचकल या पंचक +चौकल +चौकल रख कर एक ख़ास आलाप (आहंग )का नया तजरुबा किया है !
        यहाँ तू/ झरते/ निरझर =     (5 /4 / 4)=13 मात्रा
        स्वर्ण क्र /नों के /निर्झर =    (5 /4 / 4)=13 मात्रा
        स्वर्ग शुष्मा के निर्झर  =    (5 /4 / 4)=13 मात्रा
उल्लाला छंद
ये एक मात्रिक छंद है- इस छंद में तेरह मात्राएँ होती हैं ! इस में ग्यारहवीं मात्रा हर हालत में लघु ही रहती है ! इस छंद को “चन्द्रमणी” भी कहते हैं
       मेरा सुत भी अंत में  =     मेरा सुत/भी अन/त में   ( 6 + 4 + 3 )=13 मात्रा
       पड़ मघ अघ है दंत में =    पड़ मघ अघ /है दन/त में  ( 6 + 4 + 3 )=13 मात्रा
       निकल न जाऐ हाथ से =    निकल न जा/ऐ हा /थ से  ( 6 + 4 + 3 )=13 मात्रा
       फंसे न उस के साथ से =   फंसे न उस/के सा /थ से    ( 6 + 4 + 3 )=13 मात्रा
                             “ मैथलीशरण गुप्त “
बहरे मुतदारिक मुसद्दस महजूज़ मुसब्ब्ग
 फाएलुन फाएलुन फाअ (SIS SIS SI ) एक मिसरा में एक बार
          पाए वहशत नहीं लंग      फाएलुन फाएलुन फाअ   SIS SIS SI
          बज़्म इम्कां नहीं तंग      फाएलुन फाएलुन फाअ   SIS SIS SI
हिंदी में  लक्ष्मी छंद इस के समान है !       
लक्ष्मी छंद
ये एक  वर्णिक चंद है –हर चरण में रगन (फाएलुनSIS)+रगन( फाएलुनSIS)+गुरु लघु(फाअ SI)
की तरतीब से आठ अक्षर या 13 मात्राएँ होती हैं !
   रार गोवाला बधू ठान      रार गा /ला बधू /ठान =फाएलुन फाएलुन फाअ (SIS SIS SI)
   किरीष्ण जोसूँ करें मान    क्रष्ण जो /सूं करें /मान = फाएलुन फाएलुन फाअ   SIS SIS SI
   जाहे पावें नहीं संत        जाह पा /वें नहीं /संत =  फाएलुन फाएलुन फाअ   SIS SIS SI
   खेल सो लक्ष्मी कन्त     खेल सु /लक्षमी/ कन्त =  फाएलुन फाएलुन फाअ   SIS SIS SI
                                     “ भानू “
     बहर रजज़ मुरब्बा मखबूनउलआखिर
     मुसतफ़एलुन  मफ़ाएलुन    ( SSIS ISIS ) एक मिसरा में एक बार !हिदी में “नराचिका छंद”
 इस के बराबर है
       हर आदमी बुरा नही      मुसतफ़एलुन  मफ़ाएलुन    ( SSIS ISIS )
       हर शख्स में रिया नहीं     मुसतफ़एलुन  मफ़ाएलुन    ( SSIS ISIS )
           “गौहर जमाली”
 नराचिका छंद
 एक मिसरा में तगण(मफ़ऊल SSI )+रगन(फ़ाएलुन SIS)+लघु गुरु (फ़अल IS ) की तरतीब से आठ अक्षर या 13 मात्राएँ !
    मफ़ऊल फ़ाएलुन फ़अल    SSI  SIS  IS
            कहने को आदमी है वह    मफ़ऊल फ़ाएलुन फ़अल    SSI  SIS  IS
            फ़ितरत पशु समान है      मफ़ऊल फ़ाएलुन फ़अल    SSI  SIS  IS
                       “गौहर जमाली”
बहरे मुतकारिब मुसद्दस मक़बूज़ सालमउलआखिर
फ़ऊल फ़ऊल फ़ऊलुन (ISI ISI ISS) एक मिसरा में एक बार ! हिंदी में “महर्षि छंद” इस के बराबर है

महर्षि छंद
एक मिसरा में जगन (फ़ऊल ISI )+ जगन (फ़ऊल ISI )+यगन (फ़ऊलुन ISS )की तरतीब से 9 अक्षर
या तेरह मात्राएँ ! फ़ऊल फ़ऊल फ़ऊलुन ( ISI ISI ISS )
   पुराण अनेक बखाने  =  पुराण/अनेक /बखाने =    फ़ऊल फ़ऊल फ़ऊलुन ( ISI ISI ISS )
   सो भक्त सुधा रस जाने= सो भक्त /सुधार/स जाने = फ़ऊल फ़ऊल फ़ऊलुन ( ISI ISI ISS )
            भानू - श्री छंद प्रभाकर पन्ना 128
बहरे कामिल मुरब्बा मौक़ूसउलआखिर
मुतफाएलुन मफाएलुन ( IISIS ISIS ) एक मिसरा में एक बार !हिंदी में “भुजंग संगता छंद” इस बहरके
बराबर है
भुजंग संगता छंद
हर एक चरण या मिसरा में सगन(फ़एलुन IIS )+जगन (फ़ऊलो ISI )+रगन (फ़ाएलुन SIS )की तरतीब से 9 अक्षर या 13 मात्राएँ ! फ़एलुन  फ़ऊलो  फ़ाएलुन ( IIS  ISI  SIS )
  सजरी करे अहीर क्यों=    सजरी/करे अ/हीर क्यों= फ़एलुन  फ़ऊलो  फ़ाएलुन ( IIS  ISI  SIS )
  चल श्याम बंस टीर ज्यों=चल शा/म बन स/टीर ज्यों = फ़एलुन  फ़ऊलो  फ़ाएलुन ( IIS  ISI  SIS )
  तट में भजंग संगता = तटमें /भजंग /संगता =     फ़एलुन  फ़ऊलो  फ़ाएलुन ( IIS  ISI  SIS )
 रचा रास म्वद संगता = रच रा /स म्वद/संगता =   फ़एलुन  फ़ऊलो  फ़ाएलुन ( IIS  ISI  SIS )
           
         फ़एलुन  फ़ऊलो  फ़ाएलुन ( IIS  ISI  SIS ) के बराबर है
                  मतफ़ाएलुन मफ़ाएलुन  (IISIS  ISIS ) बहरे कामिल मुरब्बा मौक़ूसउलआखिर

                           ( 13 अक्षरी समाप्त )         गौहर जमाली

   
     








  





No comments:

Post a Comment