Thursday 9 July 2015

10 हर्फी ओजान

            10 हर्फी ओजान
(1)  बहर मुतकारिब मुरब्बा असलम मसब्ब्ग
--------------------------------------------------------------------
फेलुन फऊलान (SS ISSI )एक मिसरा में एक बार , ये वज़नऔर आलाप
मन्थान और ज्योति छंदों के बराबर है !
मन्थानछंद
ये 6 अक्षरों का एक वर्णिक छंद है ,जिस में दो तगण (मफ़ऊल +मफऊल )होते हैं  
  मफऊल +मफऊलSSI+SSI है जिसके बराबर =फेलुन + फऊलान SS+ISSI = 6 अक्षर होते हैं !
ज्योति छंद
ये मन्थान छंद का मात्राई रूप है , इस में दो तगण(मफऊल+मफऊल ) रखनेसे 10 मात्राएँ पूरी
हो जाती हैं  ! जैसे -----कैसे गये भूल =10 मात्राएँ (मफऊल मफऊल )
                    बोलो सरल प्राण =,,     ,,   ,, ,,   ,, ,,
                    सुख के सरल फूल= ,,   ,,   ,,    ,,   ,,
                     अब तो बने बाण = ,,    ,,   ,,   ,,   ,,
(2) बहर हजज़ मुरब्बा अखरब महजूफ
मफ़ऊल फऊलुन एक मिसरा में एक बार !इस का वज़न और आलाप“तनुमध्या छंद के बराबर है
तनुमध्या छंद
ये 6 अक्षरों  का एक वर्णिक छंद है ,एक तगण(मफऊल)और एक यगण (फऊलुन) के मिलने से ये छंद बनता है
              आयो जो मुरारी  मफऊल SSI फऊलुन ISS
              शोभा अति भारी  ,,   ,,   ,,    ,,     ,,

                                                               गौहर जमाली

















1 comment: